रायपुर/सूरजपुर, 08 जुलाई 2025 CGN24
छत्तीसगढ़ के लाखों किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने खेती को लाभकारी बनाने और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से ‘कृषक उन्नति योजना’ के क्रियान्वयन की घोषणा कर दी है। यह योजना खरीफ 2025 से पूरे प्रदेश में लागू की जाएगी। योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ ₹10,000 तक की आदान सहायता राशि सीधे उनके खाते में दी जाएगी।
खास बातें जो बनाती हैं इस योजना को ऐतिहासिक
अब धान पर निर्भरता खत्म कर फसल विविधिकरण को मिलेगा बढ़ावा।
किसानों को बीज, उर्वरक, कीटनाशक और आधुनिक तकनीक के लिए आर्थिक सहायता मिलेगी।
एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन करने वाले किसानों को ही योजना का लाभ मिलेगा।
समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को मिलेगा ₹15,351 तक प्रति एकड़ का लाभ।
दलहन, तिलहन, मक्का, कोदो, कुटकी, रागी और कपास की खेती करने वाले किसानों को ₹11,000 प्रति एकड़ तक सहायता।
सरकार ने क्या कहा?
कृषि विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि राज्य का बड़ा हिस्सा वर्षा आधारित है। हर साल मौसम की मार और लागत में बढ़ोतरी से किसान परेशान रहते हैं। ऐसी स्थिति में वे उन्नत बीज, खाद, दवा और आधुनिक खेती में निवेश नहीं कर पाते। इसी वजह से राज्य सरकार ने ‘कृषक उन्नति योजना’ लाकर खेती को स्थिर और लाभकारी बनाने का फैसला लिया है।
किन्हें मिलेगा लाभ?
वे किसान जो एकीकृत पोर्टल में पंजीकृत हैं।
जिन्होंने खरीफ में धान या अन्य फसलें सहकारी समिति को बेची हैं।
जिनके खेत की गिरदावरी (फसल सत्यापन) हो चुकी है।
ट्रस्ट, मंडल, कॉलेज, प्राइवेट कंपनियों को योजना से बाहर रखा गया है।
कैसे मिलेगा पैसा?
सहायता राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में DBT के जरिए ट्रांसफर होगी।
किसानों द्वारा बेची गई फसल, जमीन के रकबे और समर्थन मूल्य के आधार पर राशि तय होगी।
बीज उत्पादक किसानों को भी योजना में शामिल किया गया है।

जवाबदेही तय, निगरानी मजबूत
योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी कृषि विभाग, मार्कफेड और बीज निगम को दी गई है। हर खर्च का लेखा-जोखा रखना अनिवार्य होगा। साथ ही समीक्षा और निगरानी की जिम्मेदारी खाद्य एवं कृषि विभागों को सौंपी गई है।
कलेक्टर एस. जयवर्धन की अपील
सूरजपुर कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे एकीकृत पोर्टल में पंजीयन कर जल्द योजना से जुड़ें। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि किसानों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
इस योजना का असर क्या होगा?
किसान सिर्फ धान तक सीमित नहीं रहेंगे।
नई फसलों को अपनाकर आय बढ़ा सकेंगे।
सरकारी सहायता से कृषि लागत घटेगी, मुनाफा बढ़ेगा।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा नया संबल।
अब जरूरत है जागरूकता और समय पर पंजीयन की। ‘कृषक उन्नति योजना’ न केवल एक योजना है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के किसान की आशा, आत्मनिर्भरता और सम्मान की नींव है।