खरसिया, छत्तीसगढ़: खरसिया के गंजबाजार क्षेत्र में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट(Kharsia Fight Incident) की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी। इस घटना में 48 वर्षीय अनूप अग्रवाल की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, घटना के 12 घंटे बाद भी FIR दर्ज नहीं की गई, जिससे परिजनों और स्थानीय लोगों में गुस्सा है।
मृतक के परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
मृतक के पुत्र ने आरोप लगाया है कि उनके पिता को मारपीट के दौरान गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। उन्होंने अनुराग, मनीष, पवन, उमेश और मीना गर्ग पर मारपीट और हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आरोपियों ने घर में घुसकर घटना को अंजाम दिया, जिससे उनकी पिता की मौत हो गई।
आरोपी ने किया आत्मसमर्पण
घटना के बाद, एक आरोपी चीनू अग्रवाल ने खुद को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। हालांकि, परिजनों का कहना है कि अन्य आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
सीसीटीवी फुटेज से मिली जानकारी
इस घटना के संदर्भ में सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें आरोपियों को घटना को अंजाम देते हुए देखा गया है। इस फुटेज से पुलिस को और अधिक सबूत मिले हैं, लेकिन फिर भी FIR में देरी को लेकर परिजनों और स्थानीय लोगों में नाराजगी है।
परिजनों का प्रदर्शन
घटना के बाद परिजनों ने खरसिया चौकी पहुंचकर पुलिस से निष्पक्ष जांच और त्वरित कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण मामले में देरी हो रही है। उन्होंने आईजी से भी हस्तक्षेप की अपील की है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
खरसिया में आक्रोश
घटना के बाद खरसिया में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। स्थानीय लोग और परिजनों ने न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन किया है। इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात किया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
यह घटना खरसिया में एक बड़े विवाद का कारण बन गई है, और अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस और प्रशासन इसे कैसे संभालते हैं। परिजनों का कहना है कि यदि न्याय नहीं मिला तो वे और भी बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।