स्थगन आदेश के बाद भी जारी है निर्माण कार्य, मोटी रकम के लेन-देन की चर्चा, ग्रामवासियों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग।
सूरजपुर:–जिले के ग्राम पंचायत सत्यनगर में निस्तार भूमि पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य तेज़ी से जारी है। यह भूमि ग्राम पंचायत द्वारा धार्मिक आयोजन जैसे दुर्गा पूजा और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों के लिए वर्षों से प्रयोग की जाती रही है। बावजूद इसके, प्रशासन की अनदेखी से निर्माण कार्य नहीं रुक रहा है।
मिलीभगत और मोटी रकम का खेल।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि इस अवैध निर्माण में तहसीलदार भैयाथान और पटवारी की मिलीभगत है। मोटी रकम के लेन-देन की चर्चा भी सामने आ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व सरपंच राजालाल पैकरा की शिकायत पर 16 मई को तहसीलदार ने स्थगन आदेश जारी किया था, लेकिन निर्माण कार्य पर कोई रोक नहीं लगाई गई।

ग्रामीणों का आरोप है कि तहसीलदार और पटवारी की मिलीभगत के कारण अवैध कब्जाधारकों के हौसले बुलंद हैं, और प्रशासन जानबूझकर इस मामले में कार्रवाई नहीं कर रहा है।
ग्रामवासियों का आंदोलन का ऐलान।
न्याय न मिलने पर ग्रामवासियों ने 23 मई को मोहली चौक पर चक्का जाम और आमरण अनशन की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि जब तक प्रशासन तहसीलदार और पटवारी पर कड़ी कार्रवाई नहीं करता और अवैध निर्माण नहीं रुकवाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

प्रशासन पर उठे सवाल।
स्थगन आदेश के बावजूद निर्माण कार्य का जारी रहना प्रशासनिक मिलीभगत की ओर इशारा करता है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि तहसीलदार और पटवारी पर जांच बैठाई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

अब नज़रें जिला प्रशासन पर।
ग्रामवासियों का आक्रोश और आंदोलन की चेतावनी को देखते हुए अब सबकी नज़रें जिला प्रशासन पर हैं। क्या प्रशासन तहसीलदार और पटवारी के खिलाफ कार्रवाई करेगा, या फिर ग्रामीणों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा? इसका जवाब आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।