सूरजपुर 20 जून 2025
“नशा मुक्त भारत पखवाड़ा” के तहत सूरजपुर पुलिस द्वारा स्थानीय साधुराम विद्या मंदिर स्कूल में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों, शिक्षकों और समाज के हर वर्ग को नशे के दुष्प्रभाव, साइबर अपराधों और यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना था।
कार्यक्रम में डीआईजी एवं एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर के दिशा-निर्देशन पर थाना सूरजपुर, यातायात शाखा और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने बच्चों और शिक्षकों को नशा मुक्ति के लिए शपथ दिलाई — “हम नशा नहीं करेंगे, न किसी को करने देंगे।”
नशे से बचाओ, जीवन बचाओ
कार्यक्रम में डीएसपी श्री अनूप एक्का ने ‘नवजीवन अभियान’ की जानकारी देते हुए कहा कि “नशा जीवन को खोखला करता है। हमारी यह मुहिम है कि हर घर, हर गांव तक जागरूकता पहुंचे और युवा पीढ़ी नशे से दूर रहे।” उन्होंने सामाजिक संगठनों से सहयोग लेकर स्कूल-कॉलेजों में ऐसे कार्यक्रम जारी रखने की बात कही।
निरीक्षक जावेद मियादांद ने “नशा मुक्त भारत पखवाड़ा” की विस्तृत रूपरेखा समझाते हुए बताया कि यह केवल पुलिस की नहीं, हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि नशा मुक्त समाज के निर्माण में योगदान दे।

🛑 26 जून – अंतरराष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस की तैयारी
थाना प्रभारी विमलेश दुबे ने कहा कि “हर वर्ष 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस मनाया जाता है, और इसी क्रम में पुलिस ‘नशा मुक्त भारत पखवाड़ा’ के तहत गांव-गांव, स्कूल-स्कूल पहुंचकर लोगों को जागरूक कर रही है। यह लड़ाई सिर्फ कानूनी नहीं, सामाजिक भी है।”
🚦 यातायात नियमों की अनदेखी नहीं — जीवन की सुरक्षा का सवाल

यातायात प्रभारी बृजकिशोर पांडेय ने बच्चों को बताया कि सड़क सुरक्षा का पहला कदम स्वयं जागरूक होना है। उन्होंने सीट बेल्ट, हेलमेट, सीमित गति और लाइसेंस के बाद वाहन संचालन जैसे नियमों का महत्व समझाया।
🖥️ साइबर फ्रॉड से कैसे बचें?
साइबर सेल प्रभारी एएसआई राकेश यादव ने छात्रों को साइबर अपराध के आधुनिक तरीकों से सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अज्ञात कॉल, संदिग्ध लिंक, ओटीपी या बैंक जानकारी साझा न करें और धोखाधड़ी होने पर 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।

विद्यालय प्रबंधन और पुलिस का संयुक्त प्रयास
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य प्रभाकर उपाध्याय, उप प्राचार्य दिनदयाल तिवारी, एएसआई संजय सिंह यादव, प्रधान आरक्षक जयप्रकाश तिवारी सहित पुलिस के जवान, शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
इस जागरूकता कार्यक्रम ने न सिर्फ छात्रों को नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी, बल्कि एक सशक्त, सुरक्षित और नशामुक्त समाज की दिशा में एक जरूरी कदम साबित हुआ।